इंग्लैंड में एनएचएस ने विश्व का पहला व्यक्तिगत कैंसर वैक्सीन परीक्षण शुरू किया

इंग्लैंड में एनएचएस के हजारों मरीज व्यक्तिगत कैंसर टीकों के क्रांतिकारी परीक्षणों में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कैंसर वैक्सीन लांच पैड नामक दुनिया की पहली मैचमेकिंग योजना है, जिसका उद्देश्य विशिष्ट ट्यूमर से लड़ने वाले कस्टम-बिल्ट टीकों के लिए नैदानिक परीक्षणों में व्यक्तियों को तेजी से ट्रैक करना है। एलीट पेबेव, 55 वर्षीय व्याख्याता को कोलोरेक्टल कैंसर का पता चला है, जो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स बर्मिंघम एनएचएस ट्रस्ट में व्यक्तिगत उपचार प्राप्त करने वाले पहले एनएचएस रोगी हैं।
इंग्लैंड में एनएचएस के हजारों मरीज व्यक्तिगत कैंसर टीकों के क्रांतिकारी परीक्षणों में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कैंसर वैक्सीन लांच पैड नामक दुनिया की पहली मैचमेकिंग योजना है, जिसका उद्देश्य विशिष्ट ट्यूमर से लड़ने वाले कस्टम-बिल्ट टीकों के लिए नैदानिक परीक्षणों में व्यक्तियों को तेजी से ट्रैक करना है। एमआरएनए तकनीक का उपयोग करके बनाए गए ये टीके प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करने और पुनरावृत्ति को रोकने के लिए प्रेरित करके काम करते हैं। एनएचएस इंग्लैंड की प्रमुख अमांडा प्रिचर्ड ने इस पहल को 'एक ऐतिहासिक क्षण' बताया। परीक्षण शुरू में इंग्लैंड में 30 एनएचएस साइटों में कोलोरेक्टल, त्वचा, फेफड़ों, मूत्राशय, अग्नाशय और गुर्दे के कैंसर पर केंद्रित होंगे, जिसमें हजारों और मरीज शामिल होने वाले हैं। एलीट पेबेव, 55 वर्षीय व्याख्याता को कोलोरेक्टल कैंसर का पता चला है, जो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स बर्मिंघम एनएचएस ट्रस्ट में व्यक्तिगत उपचार प्राप्त करने वाले पहले एनएचएस रोगी हैं। प्रारंभिक निष्कर्षों पर शिकागो में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी सम्मेलन में चर्चा की जाएगी।
Newsletter

Related Articles

×